Brahma Kumaris essence of murli for today in Hindifor 9 may 2018 - BapDada - Madhuban-
"मीठे बच्चे - भारत को स्वर्ग बनाने के लिए विनाश काले प्रीत बुद्धि बन पवित्र रहने की प्रतिज्ञा करो, यही बाप की मदद है।"
Q- योगबल की रूहानी ड्रिल सीखने का मुख्य आधार क्या है?
A- इस ड्रिल के लिए और सबसे बुद्धि का योग तोड़ना पड़ता है और सब संग तोड़ एक बाप संग जोड़ो। एक से सच्ची प्रीत हो तब ही यह रूहानी ड्रिल कर सकते हो। यही योगबल है जिससे 21 जन्मों के लिए विश्व की राजाई प्राप्त होती है।
D- 1) योगबल की ड्रिल करते नानवायोलेंस (अहिंसक) बन सभी का उद्धार करने के निमित्त बनना है।-----2) भोलानाथ बाप से सच्चा सौदा करना है। पुरानी किचड़पट्टी दे स्वर्ग का राज्य-भाग्य लेना है। पुरानी दुनिया से प्रीत तोड़ एक बाप से जोड़नी है।
V- अविनाशी अतीन्द्रिय सुख में रह सबको सुख देने और सुख लेने वाले मास्टर सुख-दाता भव-----अतीन्द्रिय सुख अर्थात् आत्मिक सुख अविनाशी है। इन्द्रियां खुद ही विनाशी हैं तो उनसे प्राप्त सुख भी विनाशी होगा इसलिए सदा अतीन्द्रिय सुख में रहो तो दु:ख का नाम-निशान आ नहीं सकता। अगर दूसरा कोई आपको दु:ख देता है तो आप नहीं लो। आपका स्लोगन है - सुख दो, सुख लो। न दु:ख दो, न दु:ख लो। कोई दु:ख दे तो उसे परिवर्तन कर आप सुख दे दो, उसको भी सुखी बना दो तब कहेंगे मास्टर सुखदाता।
S- अधिक बोलकर एनर्जी गंवाने के बजाए अन्तर्मुखता के रस के अनुभवी बनो।
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