Aaj ki Murli ka Saar - Today's Murli essence in Hindi. आज की मुरली का सार 18 May 2019. You can also listen today's murli (in Hindi & English)
“मीठे बच्चे - बाप है सर्व सम्बन्धों के प्यार की पीन, एक मीठे माशुक को याद करो तो बुद्धि सब तरफ से हट जायेगी”
Q- कर्मातीत बनने का सहज पुरूषार्थ वा युक्ति कौन-सी है?
A- भाई-भाई की दृष्टि को पक्का करने का पुरुषार्थ करो। बुद्धि से एक बाप के सिवाए और सब कुछ भूल जाये। कोई भी देहधारी सम्बन्ध याद न आये तब कर्मातीत बनेंगे। अपने को आत्मा भाई-भाई समझना - यही पुरुषार्थ की मंज़िल है। भाई-भाई समझने से देह की दृष्टि, विकारी ख्यालात ख़त्म हो जायेंगे।
Dharna
1) सतयुग में फर्स्टक्लास सुन्दर शरीर प्राप्त करने के लिए अभी आत्मा को पावन बनाना है, कट उतार देनी है। आर्टीफिशल फैशन नहीं करना है।-----
2) एवर पवित्र बनने के लिए प्रैक्टिस करनी है कि एक बाप के सिवाए कुछ भी याद न आये। यह देह भी भूली हुई हो। भाई-भाई की दृष्टि नैचुरल पक्की हो।
Vardaan
दृढ़ संकल्प रूपी व्रत द्वारा वृत्तियों का परिवर्तन करने वाले महान आत्मा भव-----
महान बनने का मुख्य आधार है “पवित्रता”। इस पवित्रता के व्रत को प्रतिज्ञा के रूप में धारण करना अर्थात् महान आत्मा बनना। कोई भी दृढ़ संकल्प रूपी व्रत वृत्ति को बदल देता है। पवित्रता का व्रत लेना अर्थात् अपनी वृत्ति को श्रेष्ठ बनाना। व्रत रखना अर्थात् स्थूल रीति से परहेज करना, मन में पक्का संकल्प लेना। तो पावन बनने का व्रत लिया और हम आत्मा भाई-भाई हैं - यह ब्रदरहुड की वृत्ति बनाई। इसी वृत्ति से ब्राह्मण महान आत्मा बन गये।
Slogan
व्यर्थ से बचना है तो मुख पर दृढ़ संकल्प का बटन लगा दो।
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