प्रश्न आया था की क्या कोई एक बेहेन अकेली की राजयोग सेवा केंद्र (ब्रह्माकुमारी का सेंटर) खोल सकती है? क्या इसकी अनुमति है? इसे हमारा official answer समझे ~
Question:
आदरणीय भाई साहेब
क्या आश्रम में इसकी अनुमति है कि कोई एक बहन अकेले ही खुद सेंटर खोल के खुद ही इन्चार्ज बन जाये। और उस जिले के किसी भी अन्य दीदी के साथ कोई भी वर्तालाप न हो।
Answer
ओम शांति।
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय केवल नाम से नही बल्कि असल रूप से स्वयं परमात्मा पिता द्वारा स्थापित और संचालित है। ये3 केवल ईश्वरीय विश्वविद्यालय ही नही, अपितु एक बेहद का यज्ञ है , जिसके रक्षक स्वयं शिवपिता और ब्रह्माबाबा है, जिन्हें हम बापदादा कह कर आदर से याद करते है।
➥ अब रही सेंटर खोलने की बात। तो सेंटर कोई अपने मन से नही खोल सकता। इसकी एक विधि विधान है। सेंटर खोलने की निमित्त उस एरिया की जोनल को है और सेंटर खोलने के कुछ समय बाद अगर सेंटर की स्थिति अच्छी रहती है और ये सुनिश्चित हो जाता है कि सेंटर के लिए स्थान या सेंटर के निमित्त जो भी आवश्यक रोज़ के खर्चे है, उनका खर्चा, सेंटर खोलने के निमित्त भाई-बहन के अलावा, सेंटर में आने वाले जिज्ञासु या स्टूडेंट का सहयोग भी उस सेंटर को मिल रहा है और ये विश्वास हो जाता है कि सेंटर चलाने में भविष्य में कोई व्यवधान नही आएगा, तो फिर उस सेंटर को हेड आफिस से रजिस्टर्ड करवा दिया जाता है। इस तरह से उस सेंटर को एक सेंटर कोड मिल जाता है और फिर वो स्थायी सेंटर का रूप ले लेता है।
➥ शुरुआत में तो मेजोरिटी सेंटर किराए पर मकान लेकर चलाया जाता था। लेकिन अभी तो मेजोरिटी सभी सेंटर ब्रह्माकुमारीज का स्वयं आधिपत्य वा स्वामित्व वाली है। .... इसलिए बिना जोनल के परमिशन के कोई भी बहन प्रजापिता ब्रह्माकुमारीज़ का खुद का सेंटर नही खोल सकती। पर हां, प्रजापिता पिता ब्रह्माकुमारीज़ के ड्रेस कोड, मुरली का आधार लेकर एक छद्म संस्था जिसे हम शंकर पार्टी के नाम से जानते है, वे आध्यात्मिक विश्वविद्यालय के नाम से अगर कोई सेंटर खोलते है, तो उस संबंध में ब्रह्माकुमारीज़ संस्था कुछ खास नही कर सकती, सिवाय उस क्षेत्र के ब्राह्मणों को आगाह करने के। खैर फिर भी अगर आप की संज्ञान में ऐसी कोई सेंटर है तो आप अपने जोनल तक ये बात पहुचा सकते है।
ओम शांति।
On Godly World Service,
Shiv Baba Services team