
नूतन वर्ष अभिनन्दन
𝐏𝐨𝐞𝐭: BK Mukesh Modi
बीते वर्ष के संग बीत गई, देखो सभी पुरानी बातें
फिर से आये अब नए दिन, और आई हैं नई रातें
आने को है जीवन में अब, स्वर्णिम सुखमय भोर
नए वर्ष में नहीं सताएगा, विकारों का कोई शोर
नए वर्ष से पहले हम, यही श्रेष्ठ संकल्प करते हैं
गए वर्ष को अपना, हर अवगुण अर्पित करते हैं
नए वर्ष में विश्व शान्ति के, गीत मधुर हम गाएंगे
स्नेह और सम्मान देकर, सबको अपना बनाएंगे
करते हैं दृढ़ संकल्प हम, सर्वशक्तिमान के बच्चे
हर परिस्थिति में सदा रहेंगे, एक दूजे प्रति सच्चे
आत्मशुद्धि से करते जाएंगे, खुद को हम भरपूर
सभी विकारी संस्कारों को, हम करेंगे चकनाचूर
चैन की सांस लेने को, अब कोई भी ना तरसेगा
सुख शान्ति का बादल, सबके जीवन में बरसेगा
परमपिता से जोड़कर रखेंगे, अपने मन की तार
ज्ञान प्रकाश फैलाकर, मिटाएंगे अज्ञान अंधकार
नफरत का कोई भी तीर, मन वाणी से ना चलेगा
सबके लिए हमारे दिल में, केवल प्यार ही पलेगा
अपना मित्र बनाकर, खिलाएंगे हम शत्रु को हार
शुद्ध इरादों से बना देंगे, सुखमय ये सारा संसार ||
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